: 17 करोड़ खर्च करने के बाद भी स्थानीय जनता को नहीं मिल पा रहा है सांस्कृतिक और मांगलिक कार्यों की सुविधा का लाभ।
: आखिर क्यों नहीं हो पा रहा है टाऊन हॉल का हैंडओवर, मुख्यमंत्री से की जांच की मांग।
: टाऊन हॉल में ठेकेदार की मनमानी के चलते पार्किंग पर कब्जा किया जाना नियम विरुद्ध : भंडारी
मसूरी – बहुद्देशीय ऑडिटोरियम (टाऊन हॉल) का निर्माण एमडीडीए बायलॉज के विपरीत किए जाने, ढाई साल से टाऊन हॉल का वैधानिक संचालन न करने व भारी राजस्व हानी संबंधित 10 सूत्रीय मांगों को लेकर उत्तराखंड राज्य निर्माण आन्दोलनकारी संगठन ने उपजिलाधिकारी के मार्फत मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर अतिशीघ्र कारवाई की मांग की है।
संगठन के संयोजक प्रदीप भंडारी ने पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि 20 दिसंबर 2021 को प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नवनिर्मित टाऊन हॉल का लोकार्पण किया था, लेकिन लगभग ढाई साल बीत जाने के बाद भी टाऊन हॉल व कार पार्किंग जन सुविधाओं के लिए उपलब्ध नहीं हो पाई है। जिससे जनहित में इसका उपयोग न होने के कारण राज्य सरकार को भी भारी राजस्व की हानी हुई है।
भंडारी ने बताया कि विगत 15 अगस्त को टाऊन हॉल में सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान हुए शॉर्ट सर्किट से एक बड़ा हादसा होते होते टल गया जो कि संबंधित विभागीय अधिकारियों की लापरवाही को दर्शाता है, वहीं नवनिर्मित टाऊन हॉल के निर्माण कार्य के दौरान कार्यदायी संस्था एमडीडीए की कार्यप्रणाली पर भी कई सवाल खड़े होते है। कहा कि यदि एक माह के अंदर इस पूरे प्रकरण की जांच नहीं की गई तो स्थानीय जनता आंदोलन के लिए बाध्य होगी।
“एमडीडीए के अधिशासी अभियंता आनंदराम ने बताया कि इस बारे मे पूरी जानकारी जुटाई जा रही है टाऊन हॉल के हैंडओवर की प्रक्रिया चल रही है शीघ्र ही इससे पूरा कर लिया जाएगा।”