मसूरी – उत्तराखंड राज्य के पहले महाधिवक्ता स्व० एल पी नैथानी को राज्य आंदोलनकारियों सहित शहर के राजनैतिक, सामाजिक संगठनों ने शहीद स्थल झूलाघर में उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देते हुए राज्य आन्दोलन में उनके अविस्मरणीय योगदान को याद किया।
राज्य आन्दोलनकारी व पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल ने बताया कि नैथानी मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल के निवासी थे, लेकिन उनकी कर्मस्थली इलाहाबाद रही उन्होंने लगभग 6 दशक तक एक कानूनविद के रूप अपनी सराहनीय सेवाएं दी। कहा कि उत्तराखंड राज्य आन्दोलन में उनकी महत्त्वपूर्ण भूमिका रही मसूरी गोलीकांड के बाद उन्होंने राज्य आन्दोलनकरियों के साथ हुए दमन के खिलाफ तत्कालीन उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ इलाहाबाद हाई कोर्ट में मुकद्दमा दर्ज कर मुकद्दमे की ठोस पैरवी करते हुए कोर्ट से ऐतिहासिक फैसला आने के बाद आन्दोलनकरियों को आर्थिक मदद दिलाई। मल्ल ने कहा कि स्व० नैथानी पांच दशक तक मसूरी नगर पालिका के अधिवक्ता भी रहे।
व्यापार संघ अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि स्व० नैथानी का राज्य आन्दोलनकरियों के हित में किए गए अविस्मरणीय योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। इस मौके पर राज्य आंदोलनकारी भगवान सिंह धनाई, सतीश ढौंडियाल, वरिष्ठ पत्रकार विजेंद्र पुंडीर, शूरवीर भंडारी, देवेंद्र उनियाल, मोहसिन तन्हा, जोगिंदर कुकरेजा, राजीव अग्रवाल, के डी नौटियाल, शिव अरोड़ा, राजेश शर्मा, संपति लाल सहित अन्य राज्य आन्दोलनकरी मौजूद रहे।