अजय उनियाल स्मृति न्यास द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ का विधिवत पूजा अर्चना एवं सामूहिक हवन करने के साथ समापन हुआ।
श्री राधा कृष्ण मंदिर सभागार में आयोजित श्रीमदभागवत कथा के अंतिम दिन कथा वाचक पंडित कपिल देव शास्त्री ने पहले दिन से लेकर छठे दिन तक ले भगवत गीता के सभी प्रसंगों के वर्णनों का सार व्यक्त करते हुए कहा की कथा श्रवण करने से भक्तो के जीवन के सभी दुख दर्द दूर हो जाते है वही जीवन मे सुख समृद्धि और खुशाली आती है कहा की मनुष्य को कभी भी अपने स्वयं पर घमंड नहीं करना चाहिए जिस तरह शिशुपाल ने अपने घमंड में चूर होकर भगवान श्रीकृष्ण की सलाह नही मानी और उन्हें अपमानित करने का दुषशास किया जिससे मजबूर होकर भगवान को सुदर्शन चक्र से उसकी जीवन लीला समाप्त करने पड़ी घमंड मनुष्य की बुद्धि को विचलित कर देता है। उन्होंने व्यास पीठ से आयोजकों, मातृशक्ति, श्रोताओं व सभी शहर वासियों की सुख समृद्धि के लिए श्री हरि से मंगल कामना कर कथा को विश्राम दिया।
इस दौरान कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी व उनको धर्मपत्नी निर्मला जोशी ने कथा मैं शामिल होकर व्यास जी का सम्मान कर आशीर्वाद लिया वही बाल व्यास अर्जित नारायन उनियाल ने भक्तिम्य भजनों की प्रस्तुति दी। कथा संयोजक नागेंद्र उनियाल, अनिल गोदियाल, देवेंद्र उनियाल ने सभी श्रोताओं, सहयोग क्रताओ, मातृशक्ति व शहर के सामाजिक, व्यापारिक, राजनैतिक संघटनों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सभी के सहयोग से श्रीमदभागवत कथा का सफल आयोजन किया गया व भविष्य में भी यह भव्य एवं दिव्य ज्ञान यज्ञ यात्रा निरंतर चलती रहेगी।
इस मौके पर पूर्व पालिका अध्यक्ष मनमोहन मल्ल, ओ पी उनियाल, आचार्य परशुराम भट्ट , व्यापार संघ अध्यक्ष रजत अग्रवाल, महामंत्री जगजीत कुकरेजा, सतीश ढौंडियाल, सोहन सिंह पंवार (वासु देव जी), नरेंद्र पडियार, उम्मेद मेहरा, कैलाश बिष्ट, विनोद कंडारी, रंजीत चौहान, विजय बुटोला, वरिष्ठ पत्रकार शूरवीर भंडारी, भानु काला, सुनील सिलवाल , विजेंद्र पुंडीर, सहित दीपा उनियाल, रचना उनियाल , पुष्पा पडियार, उषा उनियाल, लक्ष्मी उनियाल, शशि रावत, राजेशवारी नेगी, प्रमिला नेगी, पुष्पा पुंडीर सहित भारी संख्या में मातृशक्ति मौजूद रही। कथा के उपरांत विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।