आज का दिन उत्तराखंड के इतिहास में काले दिन के रूप में याद किया जाएगा : धामी

मसूरी – मसूरी गोलीकांड की 31वीं बरसी पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहीद स्थल झूलाघर पर शहीद आंदोलनकारियों की मूर्तियों पर पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

श्रद्धांजलि सभा में अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन उत्तराखंड के इतिहास में काले दिन के रूप में याद किया जाएगा। कहा कि प्रत्येक वर्ष एक सितंबर को खटीमा व दो सितंबर को मसूरी में उन बलिदानियों जिन्होंने राज्य निर्माण में अपने प्राण न्योछावर किए हैं हम उनका स्मरण करते हैं।

कहा कि सरकार ने विधानसभा में नए विधेयक लाने के बाद  93 आंदोलनकारियों को सरकारी सेवा में नियुक्ति दी है, चिन्हित आंदोलनकारियों को निशुल्क बस यात्रा की सुविधा, 10% क्षैतिज आरक्षण लागू करना,  शहीद आंदोलनकारियों  के आश्रितों को पेंशन की सुविधा, घायल व जेल गए आंदोलनकारियो को पहचान पत्र जारी करना, राज्य आंदोलनकारियों के बच्चों को स्कूलों में निशुल्क की शिक्षा की व्यवस्था, चिन्हित आंदोलनकारियों की विधवाओं, बेटियों को आरक्षण का लाभ मुहैया कराना जैसी अन्य कल्याणकारी सुविधाएं सुनिश्चित की है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का होगा जिसमें सबसे बड़ा योगदान हमारी मातृ शक्ति का होगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार उत्तराखंड की नींव रखने वाले बलिदानियों व राज्य आंदोलनकारियो की अपेक्षा व आकांक्षाओं को पूरा करने तक चैन से नहीं बैठेगी।

इस मौके पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, राज्य आंदोलनकारी परिषद के उपाध्यक्ष सुभाष बर्थवाल, पूर्व विधायक जोत सिंह गुणसोला, नगर पालिका अध्यक्ष मीरा सकलानी, पूर्व पालिका अध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, ओपी उनियाल, अनुज गुप्ता, भाजपा मण्डल अध्यक्ष रजत अग्रवाल, जगजीत कुकरेजा, शहीद आंदोलनकारियों के परिजन, राज्य आंदोलनकारी मंच के संरक्षक जयप्रकाश उत्तराखंडी, अध्यक्ष देवी गोदियाल, एस पी चमोली, सतीश ढौंडियाल, आर पी बडोनी, अनिल गोदियाल, राजेंद्र रावत, प्रदीप भंडारी, पूरण जुयाल, अनीता सक्सैना, पुष्पा पडियार, आर्यन उनियाल, सुरेश गोयल सहित भारी संख्या में राज्य आंदोलनकारी व स्थानीय निवासी मौजूद रहे।

Vimal Nawani
Vimal Nawani

CHIEF EDITOR