मसूरी की तलहटी में अवैध प्लाटिंग, सम्बंधित विभागों की मौन स्वीकृति से नहीं किया जा सकता इनकार ..!

: मुख्यमंत्री के विभाग में हो रही है नियमों की अनदेखी।

: बहारी बिल्डरों के सामने मूकदर्शक बना एम .डी.डी.ए.

: इको टास्क फोर्स के नियमों को ताक पर रखकर किया जा रहा वनों का अंधाधुंद दोहन।

मसूरी – मसूरी के निकटवर्ती क्षेत्रों में अवैध प्लाटिंग निर्माण कार्य जोरों पर है, लेकिन वन विभाग और एम.डी.डी.ए.खनन। विभाग इन निर्माण कार्यों पर आखिर लाचार क्यों है,यह यक्ष प्रश्न है?

मसूरी देहरादून मार्ग पर भू माफियाओं के होंसले इतने बुलंद हैं,कि सरेआम अवैध निर्माण व अवैध रूप से प्लाटिंग कर विभागीय नियमों का खुला उल्लंघन किया जा रहा है।

गौरतलब है कि सन् नब्बे के दशक में उक्त क्षेत्र में पर्यावरण की दृष्टि को देखते हुए किसी भी प्रकार के गैर वानिकिय कार्यों पर पूर्ण प्रतिबंध किया गया था।

लेकिन उत्तराखंड राज्य बनने के 25 साल बाद भी स्थानीय व बाहरी भू-माफिया के साथ ही विभागीय अधिकारियों के गठजोड़ के चलते हरे भरे वन क्षेत्र आज अवैध निर्माण की चपेट आ चुका है।

इस बारे डी.एफ.ओ.अमित कंवर से बयान के बाबत जानकारी मांगी गई तो उन्होंने फोन तक उठाना तक महफूज़ नहीं समझा। यदि सूत्रों की माने तो उक्त निर्माण के पिछे सतारूढ़ पार्टी के एक वरिष्ठ नेता की संलिप्तता मानी जा रही है।

Vimal Nawani
Vimal Nawani

CHIEF EDITOR