विगत शनिवार को मसूरी देहरादून मोटर मार्ग पर भट्टा गांव के निकट होमस्टे रोटी चाय सेवेन नाइट में एक युवक की चाकू से गला रेत कर की गई निर्मम हत्या मे संलिप्त सगे भाई बहन को मसूरी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि घटना स्थल में लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच के बाद कार संख्याUK17B2632 स्विफ्ट डिजायर की पहचान की गई जो मृतक युवक कपिल की थी उसमे वही उसमे बैठी हुई लड़की को भी परिजनों ने पहचान लिया जो दिल्ली की निवासी बताई गई इसके बाद पुलिस की एक टीम को दिल्ली रवाना किया गया जहा पुलिस द्वारा पूछताछ करने के बाद दोनो सगे भाई बहन के फरार होने की सूचना मिली । मुखबिर की सूचना के आधार पर दोनो को मृतक की गाड़ी संख्या UK17B2632 के साथ हरिद्वार से गिरफ्तार किया गया अभियुक्तों से पूछताछ में उनके द्वारा खुद को भाई बहन होना बताया गया । जिनकी पहचान कुदरत पुत्रि अबुल बशर उम्र 20 , अब्दुला पुत्र अबुल बशर उम्र 18 वर्ष निवासी अबुल फजल एनक्लेव नगर सनम विहार शाहीन बाग, थाना शाहीन बाग दिल्ली के रूप मे की गई ।
पूछताछ में कुदरत ने बताया की मृतक कपिल से उसकी मुलाकात 2 साल पहले करोल बाग़ दिल्ली स्थित मोबाइल की दुकान में हुई थी और तब से वे एक दूसरे से फोन के जरिए संपर्क में थे इस दौरान अक्सर कपिल दिल्ली आकर उससे मिलता रहता था और उसने मुझसे शादी करने का वादा भी किया था लेकिन वह अपने घर वाली के कहने पर कही और शादी करने को राजी हो गया जिससे उसे गुस्सा आगया और उसने ये बात अपने भाई अब्दुला को बताई और दोनो ने मिलके कपिल को मारने का प्लान बनाया कुदरत ने बताया की उसने कपिल को फोन कर के मिलने के लिए कहा और कपिल ने हामी भरते हुए दोनो को हरिद्वार आने के लिए कहा।
दोनो भाई बहन बीती 8 सितम्बर की शाम को दिल्ली से बस द्वारा हरिद्वार आगाये और उन्होंने ऋषि कुल मे एक फेरी वाले से चाकू खरीदा और छुपा कर रख दिया वही कपिल के हरिद्वार पहुंचते ही तीनों कार से मसूरी आ गए जहा वो भट्टा गांव स्थित होमस्टे रोटी चाय सेवेन नाइट के कमरा नंबर 106 में रुक गए। पूर्व निर्धारित प्लान के अनुसर अब्दुला ने करीब तड़के चार बजे के आस पास गहरी नींद मे सोये कपिल का गला काट दिया और वह से फरार होकर मृतक की कार को हरिद्वार मे खड़ी कर अपने घर दिल्ली वापसी चले गए वही कुदरत ने बताया की वो कपिल से बेहद प्यार करती थी और उसने अपने कलाई पर उसका नाम भी गुदवाया था पर कपिल ने उससे धोका दे दिया जिससे गुस्से मे आकर उसने अपने सगे भाई के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने दोनो अभियुक्तों को धारा 302 , 201 के तहत गिरफ्तार कर न्यालय में पेश किया। वही एसएसपी ने हत्याकांड करने वाली पुलिस टीम को ₹25000 के पुरुस्कार से पुरुस्कृत करने की घोषणा की। पुलिस टीम मे प्रभारी निरीक्षक मसूरी शंकर सिंह बिष्ट, एसओजी प्रभारी नंदकिशोर भट्ट, एसएसआई गुमान सिंह नेगी, उपनिरीक्षक शोएब अली सहीत अन्य पुलिस कर्मी शामिल रहे।