मसूरी – निर्दलीय विधायक उमेश कुमार द्वारा गैरसैंण में विधानसभा सत्र के दौरान सत्तारूढ़ भाजपा सरकार को गिराने संबंधी बयान को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने पलटवार कर कड़ा रुख अख्तियार किया है।
कुलड़ी बाज़ार स्थित एक होटल के सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में पूर्व मुख्यमंत्री निशंक ने कहा कि लोकतंत्र के स्तंभ में कोई भी बात हो वह गंभीरता से होनी चाहिए, वह चौराहे पर भाषण का अड्डा नहीं है एक एक शब्द का मूल्य होना चाहिए। विधानसभा में किसी को जो चाहें वह बोलने की छूट नहीं होनी चाहिए जो बात उठी है उसका प्रमाण होना आवश्यक है। कहा कि हाउस को हल्केपन में नहीं लेना चाहिए जिसने भी सदन में बयान दिया है उसे भी सच को साबित करना चाहिए और सरकार को भी उस व्यक्ति से पूछताछ करनी चाहिए और यदि यह एक घटना है तो उसका निर्धारित समय पर खुलासा होना आवश्यक है और जो भी दोषी हो उसके खिलाफ कारवाई करनी ज़रूरी है।
निशंक ने कहा कि मुझे शिक्षा मंत्री होने के नाते लोकसभा व राज्यसभा में प्रश्नोत्तर देने का सौभाग्य मिला है, सभी सदनों की गरिमा हर कीमत में बनी रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के दिशा निर्देशों के अनुरूप उत्तराखंड देश का मॉडल स्टेट बने की ओर अग्रसर है प्रदेश में भूमि को संरक्षित करने के लिए भू कानून बनाया जाना आवश्यक है।
इस मौके पर पूर्व पालिका अध्यक्ष ओपी उनियाल, मण्डल अध्यक्ष राकेश रावत, मदन मोहन शर्मा, अनिल गोदियाल, सतीश ढौंडियाल, पुष्पा पडियार, आर्यन देव उनियाल, छात्र संघ अध्यक्ष मोहन शाही, विजय रमोला सहित भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।