पहाड़ो की रानी मसूरी की नैसंर्गिक सौन्दर्यता के कायल थे गुरुदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर।

: 83 वीं पुण्यतिथि पर विशेष 

मसूरी – विश्वविख्यात, साहित्यकार, दार्शनिक, कवि व नोबेल पुरस्कार विजेता गुरुदेव रबीन्द्रनाथ टैगोर का मसूरी से भी गहरा लगाव रहा है दुनिया के साहित्य जगत में अपना लोहा मनवाने वाले साहित्यकार रबीन्द्रनाथ टैगोर पहाड़ो की रानी मसूरी की नैसंर्गिक सौंदर्यता के भी कायल थे।

इतिहासकार गोपाल भारद्वाज बताते है कि टैगोर अपनी मृत्यु के पांच वर्ष पूर्व सन् 1936 में दो दिन के मसूरी प्रवास पर आए थे और उन्होंने यहां का पैदल भ्रमण भी किया था। बताया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और अन्य विद्वानों की तरह उन्होंने बंगाली भाषा में मसूरी के बारे में अपने संस्मरणों का जिक्र कर प्रोत्साहित किया। लंबी बीमारी के बाद 7 अगस्त 1941 जोड़ासांको ठाकुरबारी, कोलकाता में उनका निधन हो गया।

Vimal Nawani
Vimal Nawani

CHIEF EDITOR