: बरसात के कारण दूधली क्षेत्र में सक्रिय है वन माफिया – डीएफओ
: दूधली सहित अन्य क्षेत्रों में गश्त बढ़ाने के दिए गए है निर्देश।
मसूरी – अभी एक सप्ताह पूर्व ही मसूरी में बार्लोगंज रोड पर एक स्टेट में दुर्लभ प्रजाति के पेड़ गिरने का मामला शांत भी नहीं हुआ था की, दूधली क्षेत्र में वन माफिया ने धड़ल्ले से बांज के नौ पेड़ों पर आरियां चला डाली। जिसकी सूचना वनाधिकार समिति दूधली ने डीएफओ, डीएम, मुख्य सचिव मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति को पत्र के माध्यम से भेजी है।
गौरतलब है की दूधली व उसके आसपास के क्षेत्रों में वन माफियाओं द्वारा घेर बाड़ कर हरे पेड़ों का पातन धड़ल्ले से किया जा रहा है जिसका की ग्राम सभा द्वारा गठित वनाधिकार समिति पिछले काफी समय से पुरजोर विरोध कर रही है।
वन अधिकार समिति के बनवारी लाल, जबर वर्मा एवं बीरबल चौहान ने इसकी शिकायत की है उनका कहना है कि क्लाउड एंड, पार्क स्टेट, हाथी पांव, हथौरडन, मौजा मिशराज पट्टी, नॉन जेड ए भूमि है जो कि नगरपालिका क्षेत्र में आती है जिसमें बिना नगरपालिका के अनुमति के कोई निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता। उनका कहना है कि अवैध घेर बाढ़ से जहां पूरे क्षेत्र में वन्यजीवों के जीवन पर संकट खड़ा हो गया है, वही वन माफिया स्थानीय ग्रामीणों को डरा धमका कर मारपीट कर रहे है, स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस बारे में मसूरी वनप्रभाग को कई बार शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है है।
वनाधिकार समिति की शिकायत के बाद जब वन विभाग की टीम दूधली बीट के अंतर्गत चेसनट ग्रोव निजी स्टेट में पेड़ों के अवैध पातन की सूचना मिलने पर मौके में पहुंची तो 9 पेड़ों का अवैध कटान पाया गया।
प्रभागीय वनाधिकारी अमित कंवर ने बताया कि दूधली क्षेत्र में यह कल का प्रकरण है जिसमें बांज के नौ पेड़ों का अवैध पातन किया गया था। जिसमें जुर्म जारी कर दिया गया है। बताया कि सरकारी कार्य में बाधा डालने पर कुछ लोगों के खिलाफ कोतवाली मसूरी में एफआईआर दर्ज कराई गई है। उन्होंने बताया कि बरसात होने के कारण वहां पर तैनात स्टाफ को गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं साथ ही स्थानीय लोगों से भी संवाद बढ़ाने को कहा गया है। जिससे कि स्थानीय स्तर पर सूचनाओं प्राप्त हो सके। कहा कि दोषियों के खिलाफ वन संरक्षण अधिनियम 1976 की धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है।