मसूरी – दीपावली पर्व को महज एक सप्ताह का समय शेष रह गया है, लेकिन रूढ़िवादिता और अंधविश्वास के चलते आज भी दुर्लभ प्रजाति के पक्षी उल्लू के अवैध शिकार की आशंका भी बनी रहती है। इसी के मद्देनजर वन विभाग वन्यजीवों की अवैध शिकार को रोकने के लिए अलर्ट मोड पर है। जिसके चलते मसूरी वनप्रभाग द्वारा वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश जारी की गए है।
गौरतलब है कि उल्लूओं की विभिन्न प्रजातियां वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 यथा संशोधित 2022 के तहत पूर्णत: संरक्षित है व इनके शिकार अथवा का प्रयास अधिनियम के तहत अपराध की श्रेणी में आता है।
वहीं प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) डॉ० धनंजय मोहन भी इस संबंध में चिंता जाहिर कर चुके हैं इसके दृष्टिगत उन्होंने विभागीय अधिकारियों को दीपावली पर्व को देखते हुए उल्लू के अवैध शिकार एवं जाड़ों में वन्य जीवों की तस्करी को रोकने के लिए निर्देशित किया है।
डीएफओ अमित कंवर ने बताया कि दीपावली पर उल्लूओं की ज़्यादा मांग रहती है जिसके देखते हुए विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारियों को विशेष अभियान चलाने के साथ साथ अलर्ट रहने के लिए निर्देश दिए गए है जिससे वन्यजीवों की तस्करी को रोका जा सके।