: मसूरी में ग्रीन कॉरिडोर बनाने की आवश्यकता – एसडीएम
: रोपवे रेस्क्यू प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए – एनडीआरएफ
मसूरी – पर्यटक स्थल गन हिल जाने वाले रोपवे (रज्जू मार्ग) में अचानक खराबी आने के कारण रोपवे में सवार पर्यटक काफी देर तक हवा में फसे रहे घटना को सूचना मिलते ही आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एडीआरएफ, फायर सर्विस, स्थानीय पुलिस की टीमों ने मौके पर पहुंच कर राहत एवं बचाव कार्य शुरू कर पर्यटकों को एम्बुलैंस से सिविल अस्पताल पहुंचाया।
उपजिलाधिकारी डॉ दीपक सैनी ने बताया कि आपदा व यात्रा सीजन के दृष्टिगत रोपवे ट्रॉली में सभी सुरक्षा व्यवस्थाओं का परीक्षण करने के लिए मॉकड्रिल किया गया था जिसमे आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फायर सर्विस, स्थानीय पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, जलसंस्थान, नगर पालिका की संयुक्त टीम ने रिहर्सल कर मॉकड्रिल को अंजाम दिया। कहा की मॉकड्रिल कराने का मुख्य उद्देश्य भविष्य में रोपवे में अचानक खराबी आने के कारण किस तरह पर्यटकों का रेस्क्यू किया जाए जिसमे सभी एजेंसियों ने समन्वय बना कर मॉकड्रिल किया। उन्होंने कहा कि आपदा के विषय को देखते हुए मसूरी में ग्रीन कॉरिडोर बनाने की आवश्यकता है जिसके लिए स्थानीय प्रशासन व पुलिस समन्वय बना कर कार्य करेगी।
एनडीआरएफ के सहायक सेनानी अजय पंत ने बताया कि भविष्य में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए रोपवे ट्रॉली स्टाफ को भी रोपवे रेस्क्यू प्रशिक्षण दिया जाना चाहिए।
इस मौके पर एनडीआरएफ के निरीक्षक अमीर चंद्र, अभिषेक, आईटीबीओ के उपनिरीक्षक (जीडी) सुभाष चंद्र, प्रभारी अग्निशमन अधिकारी धीरज सिंह तड़ियाल, अधिशासी अधिकारी राजेश नैथानी, एसडीआरएफ की उपनिरीक्षक लक्ष्मी रावत, जल संस्थान के सहायक अभियंता टी एस रावत, गोविंद नेगी, बिरेंद्र बिष्ट, यूपीसीएल के अवर अभियंता संजय कार्की, मनोज पंवार रोपवे प्रबंधक अमित बंगवाल, सीनियर ऑपरेटर सौकार सिंह पुंडीर, बीरबल बर्थवाल आदि मौजूद रहे।