मसूरी वन प्रभाग मुख्यालय में आयोजित फोरेस्ट फायर प्रशिक्षण में मसूरी वन प्रभाग के केंपटी रेंज, देवलसारी रेंज, जौनपुर रेंज, भद्रीगाड रेंज के विभिन्न गांवों के सौ से अधिक ग्रामीण, वन पंचायत सरपंच आदि ने प्रतिभाग किया जिन्हें विषय विशेषज्ञों ने वनों को अग्नि से सुरक्षा का प्रशिक्षण दिया व प्रशिक्षण समाप्त होने के बाद उन्हें फायर फाइटर उपकरण दिए गये।
प्रभागीय वनाधिकारी वैभव कुमार सिंह ने बताया कि हंस फाउंडेशन के सहयोग से वनों को आग से बचाने के लिए फायर फाइटर तैयार करने का नया प्रयास किया जा रहा है इसके अंतर्गत लगभग 500 ग्रामीणों को फोरेस्ट फायर फाइटर का प्रशिक्षण देने के साथ ही इन्हें फायर फाइटर उपकरण दिए जायेंगे। पहले चरण में सौ ग्रामीणों को दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। पहले दिन थ्योरी व प्रजेंटेंशन के माध्यम से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। व दूसरे दिन नाली कलां के जंगल में मॉक ड्रिल के माध्यम से प्रशिक्षित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इसमें एफआरआई, वन विभाग के सेवानिवृत्त अधिकारी, फायर सर्विस के लोग व डाक्टर्स ग्रामीणों को वन अग्नि प्रबंधन, रोकथाम व फस्टएड व बर्न इंजरीज तथा फायर सेफ्टी के बारे में प्रशिक्षण दिया जा रहा है,ं इसका उददेश्य कि ग्रामीण वनअग्नि की घटना का फस्ट रिसपोंडर बनाया जाय क्यों कि वन कर्मियों की संख्या कम है, ये पांच सौ लोग प्रशिक्षित फोर्स के रूप में कार्य करेंगे इनको सारे उपकरण दिए जायेगें व विभाग पूरा सहयोग करेगा, इसके अच्छे परिणाम निकलेंगे व वन विभाग के प्रति जनसहभागिता को बल मिलेगा। मसूरी वन प्रभाग को पांच सौ प्रशिक्षत फायर फाइटर मिल जायेगे जिसका लाभ वनों को आग से बचाने में मिलेगा। उन्होंने हंस फाउंडेशन का विशेष बधाई दी कि उन्हांेने वनों को आग से बचाने में अपनी सहभागिता दिखाई व आने वाले समय में पूरे उत्तराखंड में इस तरह के फायर फाइटर तैयार किए जायेगे।
वही हंस फाउंडेशन की जौनपुर विकासखंड कोआर्डिनेटर दिव्या ज्योति बिजलवांण ने बताया कि मसूरी वन प्रभाग में जौनपुर क्षेत्र के चार रेंजों के सौ से अधिक फायर वालिंटियरों को वन अग्नि से सुरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, इसमें कैंपटी, भद्रीगाड़ जौनपुर व देवलसारी के फायर वालिंटियरर्स आये है, हंस फाउंडेशन का उददेश्य है कि कम्युनिटी के सामुदायिक आधारित पद्यति को किस तरह आगे बढाये, व समुदाय की संपत्ति को कैसे आगे बढाये व वन है जो समुदाय की संपत्ति है उसे आग से बचाये। इसके लिए मसूरी वन प्रभाग के साथ प्रशिक्षण कार्यक्रम किया गया जिसके लिए वन विभाग का आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि हंस फाउंडेशन इस मौके पर फायर उपकरण भी दिए जायेंगे ताकि आग लगे कि उसे आसानी से काबू पाया जा सके यह तभी संभव होगा कि जब ग्रामीण प्रशिक्षित होंगे। यह कार्यक्रम अल्मोड़ा बागेश्वर, टिहरी व पौडी जिले के एक हजार गांवों को लिया है इसमें सफलता मिलेगी तो इसे पूरे प्रदेश में किया जायेगा।
इस मौके पर उप वन प्रभागीय अधिकारी उदय गौड़,दिनेश नौटियाल वन क्षेत्राधिकारी शिवप्रसाद गैरोला, उप वन क्षेत्राधिकारी ,जगजीवन कुमार, के सी नौटियाल वन दरोगा सुरेंद्र भट्ट,मनोहर कोकरिया वन बिट अधिकारी मनवीर पंवार अर्जुन मेहता सहित अन्य रेंज कर्मचारी मौजूद रहे।