… तो क्या महिला के सिर सजेगा नगर पालिका अध्यक्ष का ताज ?

मसूरी –  नगर निकाय चुनाव के दृष्टिगत शहरी विकास विभाग द्वारा प्रस्तावित नगर पालिका मसूरी के अध्यक्ष पद के लिए अन्य पिछड़ी जाति (महिला) ओबीसी के लिए आरक्षित होने के शासनादेश के बाद शहर में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई है। वहीं सामान्य सीट के प्रस्तावित उम्मीदवारों की चुनाव तैयारी धरी की धरी रह गई है, जिससे सभी के समर्थकों में भारी मायूसी देखने को मिली है।

यदि शहरी विकास विभाग के शासनादेश के अनुरूप नगर पालिका परिषद मसूरी के अध्यक्ष का पद ओबीसी महिला आरक्षित होता है तो भाजपा, कांग्रेस के लिए  महिला प्रत्याशी का चयन करना एक चुनौती माना जा रहा है। वहीं निर्दलीय प्रत्याशियों के तौर पर संभावित महिलाओं के नाम पर भी लॉबिंग आने वाले दिनों में काफी तेज होगी।

वरिष्ठ पत्रकार जयप्रकाश उत्तराखंडी ने बताया कि यदि नगर पालिका अध्यक्ष के लिए ओबीसी महिला आरक्षण तय होता है तो यह मसूरी नगर पालिका इतिहास में आजादी के बाद पहला अवसर होगा जबकि पालिका अध्यक्ष पद को आरक्षित किया जाएगा। बताया कि आजादी से लेकर अभी तक सभी नगर निकाय निर्वाचनो में सामान्य सीटों पर चुनाव हुए हैं।

गौरतलब है कि जौनपुर विकासखंड और प्रतापनगर विधानसभा क्षेत्र भी ओबीसी के अंतर्गत आता है। इन दोनों ओबीसी घोषित क्षेत्रों से नगर पालिका मसूरी क्षेत्र में भारी संख्या में स्थानीय लोग निवासरत  हैं जो कि नगर पालिका चुनाव में काफी प्रभाव रखते हैं।

Vimal Nawani
Vimal Nawani

CHIEF EDITOR