गुरु नानक फिफ्थ सेंटेनरी स्कूल में अंतरसदनीय गुरु वाणी प्रतियोगिता का भव्य समापन।

मसूरी –  गोरु नानक फिफ्थ सेंटेनरी स्कूल में अंतरसदनीय वार्षिक गुरु वाणी गायन प्रतियोगिता संपन्न हुई | स० महताब सिंह ,सरदारनी जसबीर कौर द्वारा चलाई गयी और सरदार जसपाल सिंह द्वारा पोषित गुरुबानी गायन प्रतियोगिता सरदार एम्० पी० सिंह और सरदारनी जश्वीन कौर की निगहबानी में विद्यालय में प्रत्येक वर्ष उत्साह एवं जोश से होती है |

विद्यालय केवल ज्ञान का केंद्र नहीं होता वरन वह विद्यार्थियों के चरित्र, संस्कार तथा जीवन दर्शन का भी निर्माण कतरा है | जहाँ आज विद्यार्थियों में प्रतिस्पर्धा ,तनाव और मूल्यहीनता बढ़ रही है वहाँ गुरुवाणी जैसी आध्यात्मिक एवं नैतिक शिक्षाएं आवश्यक प्रतीत होती हैं | गुरबानी हमें सत्य ,करुणा,सहिष्णुता और सेवा जैसे गुणों की शिक्षा देती है | गुरुबानी हमें किसी धर्म ,जाति या वर्ग तक ही सिमित नहीं है | ये सबको समान दृष्टि से देखने तथा सबकी समान भलाई करने कि प्रेरणा देती है | विद्यालय का आदर्श वाक्य है “सरबत दा भला” गुरु बनी के शांति प्रदायक शब्द विद्यार्थियों के मानसिक तनाव को कम करके उन्हें आंतरिक स्थिरता प्रदान करते हैं |

कार्यक्रम का आरम्भ करते हुए पंजाबी विभागाध्यक्ष स० हरप्रीत सिघ जी ने गुरुबानी का महत्त्व बताते हुए विद्यालय गुरुद्वारा में उपस्थित सभी माननीय अतिथियों, विद्यार्थियों तथा शिक्षकगणों को निर्णायक मंडल का परिचय देते हुए सभी निर्णायक गणों से अवगत करवाया | प्रतियोगिता के निर्णायक गण थे श्री मति धैर्य नागपाल, सुश्री रुही पोपली तथा भाई अनुज सिंहजी | मंच का संचालन छात्रों की ओर से पुनीत पाल सिंह ने तथा छाताओं की ओर से जैस्मिन कौर ने किया | ‘जपजी साहिब’ किया गया |

प्रतियोगिता का आरम्भ सर्वप्रथम विन्सेंट हिल के छात्रों द्वारा सोलो गायन (एकल गायन ) से हुआ | अटारी सदन से शुभकरमन “मैं दीवाना भैइया अतितु“,रणजीत सदन से सिमरप्रीत सिंह ने “कोई जनु हरिईओ देवी जोरि”, अजीत सदन से धैर्येश साही ने “नानक नाम मिली ताँ जीवां” तथा नलवा सदन से अमृत पाल सिंह ने “हौं वारी मुख फेरी पियारे” गायन से किया | इसके पश्चात सोलो गायन की बागडोर छत्राओं ने सम्भाली | सर्वप्रथम रंजीत सदन कि शम्भवी ने “हरि की जाति कोऊ नाहिं जानिए”,नालवा सदन की लक्षिता सिंह ने “तेरे गुण गावै ,कहै बुझाई “ अटारी सदन की एकाम्जोत ने “ हर हर चरण हिरदै उर धारें” तथा अंत मेंअजीत सदन की आरिका बंसल ने “ जा काऊ राम नाम लव लागी “

शब्द गायन किया | इसके उपरान्त ग्रुप शब्द का गायन किया गया |सबसे पहले छात्रों में अटारी सदन,रणजीत सदन ,अजीत सदन तथा अंत में नलवा सदन ने क्रमशःअपने अपने ग्रुप शबद का गायन किया | छात्राओं की ओर से रणजीत सदन ,नलवा सदन ,अटारी सदन तथा अजीत सदन ने क्रमशःअपने अपने गायन प्रस्तुत किये |

परिणाम घोषित करने से पहले विद्यालय के प्रधानाचर्या माननीय अनिल तिवारी जी ने निर्णायक गणों का अभिनन्दन करते हुए एक एक सरोपा तथा स्मृतिचिन्ह भेंट करके उनका धन्यवाद दिया | विद्द्यार्थियों का मार्गदर्शन करते हुए उनका उत्साह वर्धन किया | प्रधानाचार्य श्री अनिल तिवारी जी ने परिणाम घोषित किया| परिणाम इस प्रकार रहा छत्र वर्ग में प्रथम स्थान नलवाल सदन ,द्वितीय स्थान पर अटारी सदन तृतीय स्थान पर रणजीत सदन तथा चुर्थ स्थान अजीत सदन ने प्राप्त किया |छात्राओं के वर्ग में प्रथम स्थान पर नलवा सदन द्वितीय स्थान पर अजीत सदन तृतीय स्थान पर रणजीत सदन था चुर्थ स्थान पर अटारी सदन ने प्राप्त किया | ततपश्चात हुकुमनामा लिया गया,प्रसाद वितरण के साथ हि प्रित्योगिता का समापन हुआ | संगीत शिक्षक स० हरिंदर सिंह जी ने सभी छात्र वर्ग और छत्रों के गायन में तबला की सांगत करके गायन प्रतियोगिता में चार चाँद लगा दिए | इस अवसर पर विद्यालय के हेड मास्टर कुलदीप सिंह तथा माननीय अतिथि गण एवं शिक्षक वर्ग उपस्थित हुए |

Vimal Nawani
Vimal Nawani

CHIEF EDITOR