मसूरी – विख्यात ट्रैवल राइटर ह्यूग गैंट्जर दंपति को पद्मश्री मिलने से शहर वासियों में खुशी की लहर है। स्थानीय हक हकूकों एवं पर्यावरण हितों के पैंरोकार रहे हैं गैंट्जर दंपति का पहाड़ों की रानी से गहरा नाता रहा है।
इतिहासकार, वरिष्ठ पत्रकार जयप्रकाश उत्तराखंडी ने बताया कि गैंट्जर परिवार का मसूरी से कई दशकों पुराना नाता रहा है वह हमेशा से ही मसूरी के पर्यावरण एवं स्थानीय जन समस्याओं के प्रति संवेदनशील रहे हैं। बताया कि गैंट्जर दंपति अपने बेहतर लेखन के माध्यम से तत्कालीन समसामयिक मुद्दों पर प्रखरता से हस्तक्षेप कर शहर हित में कार्य किया है। उन्होंने गैंट्जर दंपति को पद्मश्री पुरस्कार दिये जाने पर भारत सरकार का आभार व्यक्त किया है।
वहीं वरिष्ठ नागरिक वीरेन्द्र कैंतुरा ने बताया कि गैंट्जर दंपति को पद्मश्री मिलना शहर वासियों के लिए सम्मान एवं गर्व की बात है। कहां की वह एक ट्रैवल राइटर थे जिनका अद्भुत लेखन देश-विदेश के पर्यटन पर प्रभाव छोड़ता है। बकौल कैंतुरा आज की युवा पीढ़ी को उनके लेखन से प्रेरणा लेनी चाहिए। गैंट्जर ने अपने लेखन काल के दौरान फूलों की घाटी, हर्षिल वैली सहित उत्तराखंड के दुर्गम पर्यटन स्थलों का भी बखूबी जिक्र किया है।