उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष ने महाराणा प्रताप स्पोर्टस कॉलेज का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने कॉलेज में मिली सभी अव्यवस्थाओं पर नाराजगी जताते हुए जल्द दुरुस्त करने के निर्देश दिए। महाराणा प्रताप स्पोर्टस कॉलेज के छात्रों ने बाल आयोग में शिकायत की थी कि कॉलेज प्रशासन साल में एक बार भी घर जाने की अनुमति नहीं दे रहा है। इस कारण बच्चों ने रात के खाने से बहिष्कार किया था। इस पर आयोग की अध्यक्ष ऊषा नेगी अपनी टीम के साथ कॉलेज के निरीक्षण के लिए पहुंची। उन्होंने बताया कि कॉलेज के प्रधानाचार्य ने उन्हें बताया कि बच्चों को समझा कर भोजन कर दिया गया था। साथ ही खेल मंत्री से अनुमति लेकर बच्चों को 15 दिन की छुट्टी दी जा रही है। निरीक्षण के दौरान हॉस्टल का शौचालये गंदे और टूटे फूटे मिले उन्हें दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए हैं। ऊषा नेगी ने बताया कि कॉलेज के बच्चों को प्रधानाचार्य और शिक्षक से कोई शिकायत नहीं है, लेकिन खेल उपकरण न मिल पाने से उन्हें दिक्कतें आ रही है। इस पर कॉलेज प्रशासन ने बताया कि एक साल से कॉलेज को बजट नहीं मिला है। इससे दिक्कतें आ रही हैं, लेकिन जल्द ही व्यवस्था दुरुस्त कर दी जाएगी।
